Storage Devices

Storage Device:-

Ø स्टोरेज डिवाइस दो प्रकार की होती है-

1. Primary Memory / Internal Memory:-
Ø यह किसी सिस्टम का आवश्यक व अभिन्न अंग होता है, जो सेमीकंडक्टर मटेरियल जैसे सिलिकॉन या जर्मेनियम का बना होता है। यह भी दो प्रकार का होता है – RAM और ROM 
RAM (Random Access Memory)
RAM को मेन मेमोरी भी कहा जाता है
इसमे डाटा को लिखा और पढ़ा जा सकता है इसलिए इसे रीड राइट मेमोरी भी कहा जाता है
RAM प्रकृत में Volatile (परिवर्तनशील) होती है अर्थात इसमे लिखा गया डाटा समाप्त हो जाता है
RAM दो प्रकार का होता है- SRAM और DRAM 
ROM (Read Only Memory)
इसमे डाटा को केवल पढ़ा जा सकता है
ROM प्रकृत में Non-Volatile (अपरिवर्तनशील) होता है अर्थात इसमे लिखा गया डाटा समाप्त नहीं होता है
कंप्यूटर के on होते ही ROM का BIOS (Basic Input Output System) नामक भाग सबसे पहले लोड होता है
ROM को तीन भागो में बाटा गया है- PROM , EPROM और EEPROM 

2. Secondary Memory / External Memory / Auxiliary Memory

ऐसे डिवाइस जो कंप्यूटर में बहार से लगाये जाते हैं उसे सेकेंडरी मेमोरी जाता है जैसे- फ्लॉपी डिस्क, हार्ड डिस्क, मैग्नेटिक मेमोरी, सीडी, डीवीडी, पेन ड्राइव इत्यादि

Floppy Disk :-
एक माइक्रो फ्लॉपी में 1.4 mb डाटा जबकि एक मिनी फ्लॉपी में अधिकतम 1.2 mb डाटा स्टोर करके रखा जा सकता है
Hard Disk 
Thumb Drive
Optical Disc Drive 

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